Story_of_United_Human_Organization

2012 का साल और गाँव से आये तीन साल हो गये थे हॉस्टल मे और news देखी की 12:12:12 जैसी तारिक कभी नहीं आयेगी यादगार बनाने के लिए College मे कोई leadership program चल रहा था मैने सोचा इससे अच्छा क्या होगा और तभी कई लोगो को सुनने के बाद मुझे भी बोलने का मौका मिला और मुझे तब बहुत से महान लोगो के quote याद थे, अखवार के कोने मे जो छपते थे उनको काट के मैं एक रजिस्टर मे रखने की आदत थी उस आदत ने बड़िया speech करवायी और मे घडी देख रहा था क्योकि प्रमाड पत्र मे 12 बजकर 12 मिनट पर ही लूंगा और मिशन जीतने की खुशी के साथ आया और दिमाग मे सवाल थे क्या मैं भी कुछ ऐसा यादगार कर सकता हु जो दुनिया याद रखे। और निश्चय किया विश्व का सबसे बड़ा संस्थान तो मै ही बनाऊगा, सच मे बचपन बड़ा ही अच्छा होता है अगर सपनो पे कोशिश की जाये फिर मैने एक रजिस्टर खरीदा जिसपे मैने लिखा की जिन्दगी मै क्या क्या करना है। मे काफी उत्सहित था क्योकि मैने प्रेडना को महसूस किया था । और लिखता गया अपने सपने को वास्तव मे अभी इसको रूप मिला और अब सालों बाद यह सबके सामने है । असल मे यह समस्याओं का समाधान...