Youth need truth
ये घिनोना सच किसी भी social media पे मिल जायेगा,
तन की नुमायश, को ज्यादा पसंद किया जाता, विचार, कला को कम बडा ही दोगलापन से भरा समाज है अभी तब तक सुधार नही किया जा सकता जब तक लोगो मे, नैतिकता का विकास न हो,
मे खुली चुनौती दे सकता हु। मेरे शव्दो , कर्म, जीवन मे गर कोई भेद हो, सालों लगे तब इस एक रूपता को पाया है। अब समाज को दिशा देने का समय है, हम दुनिया के सबसे युवा देश है, हमारे पास एक मौका है, अपने देश को महानता के शिखर पे पहुँचाने का । पर कैसे होगा?
समाज का एक हिस्सा हम है खुद का विकाश ही समाज का विकाश है, मैने NSS मे एक नारा कहता था, 'हम सुधरेंगे जग सुधरेगा, और कोई बडी बात नही है।
आप जहाँ हो जैसे हो वही से सुरुआत कर सकते है। सच का साथ ही विकाश और सुधार है ।online, ofline जहाँ भी गलत हो वही उसे रोके, कोई बड़ा काम नही है
जो सच है उसे स्वीकार करे, गलत को गलत, सही को सही कहे , हा थोड़ा अजीव लगेगा क्योकि बदलाव लोगो को स्वीकार नही, और यह काम विना साहस के भी नही हो सकता मेरा मानना है 'कायर और डरपोक सच बोल ही नही सकते,
कुछ रिश्ते टूटेंगे, पर कुछ बनेंगे पर विश्वास करना झूठी भेड़ सच्चे सिंह का कुछ नही कर सकती।
मेरे जीवन के अनेक अनुभव है आज मे 8496 दिन का हु विश्वास कीजिए इससे अच्छा अनुभव, सत्य से अच्छा कुछ भी नही, समानता, सत्य को जीवन का आधार बनाने से सब कुछ वैसे होगा जैसे जरूरी है।
झूठे लोगो, तन की नुमाइस करने बालों, को अपना मत, तथा आदर्श न बनाये, प्रेणना तो एक चीटी दे सकती है जो दिन रात काम करती है, थकती नही, गुण कही से भी प्राप्त किये जा सकते है। अपनी राय जरूर दे समाज को क्या दिशा देगा पड़ने के लिए धन्यवाद, सच्चे पाठक कम है दुनिया मे
सत्य - समानता - शिक्षा
Make Bharat great Again. 🇮🇳
© अविनाश पाठक ( अनुभव 8497)
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